जनता की नज़रों में ABP, NDTV और Aaj Tak देशद्रोही
ABP, NDTV और Aaj Tak न्यूज़ बना जनता की नज़रों में देशद्रोही, जनता ने की सोशल साईट पर लाइसेंस रद्द करने की मांग!सोशल साइट्स पर ABP, NDTVऔर Aaj Tak न्यूज़ चेनल के खिलाफ खुल कर जनता का विरोध देखने को मिल रहा है, जनता की नज़रों में abp न्यूज़ देश द्रोही है, उनका यहाँ तक कहना है की abp का लाइसेंस रद्द कर देना चाहिए। abp न्यूज़ हमेशा से ही देश द्रोहियों के सपोर्ट में रहा है। JNU में लगे देश विरोधी नारों में भी उसे उमर खालिद और कन्हैया को साईं बताया था। इसी बात से नाराज होकर भारत की जनता की नज़रों में abp न्यूज़ देश द्रोही बन चूका है। कुछ दिनों पहले ही abp की रिपोर्टर से वन्दे मातरम बुलवाने वाले वकील को ABP, NDTV और Aaj Tak ने जेल भिजवा दिया।
देश की जनता ABP, NDTV, Aaj Tak के खिलाफ है।
चैनल जिन्हे लॉक करना है : ABP, NDTV और Aaj Tak
CHANNEL LOCKING PROCESS
Dish TV : Menu – Press Right Key – My Dish TV – Parental Control – Block Channels – PIN – 1234 – Select the Channel – Press right key to Block channel – Select channel one by one – Menu
Tata Sky – Organiser – Parental control – PIN – 0000 – Channel Lockout – Select the Channel – Guide
Airtel / BIG TV (Reliance) – Home – Setting – Parental Control – Pin – 0000 – Parental Lock – Select Channel – apply changes – home
Videocon– Menu – Setup – Installation – Pin -1234 – user setting – Channel Locking – Lock/Hide/Unlock/Unhide channels – Green button for hide – Ok – Exit -Yes
IN/DEN/PNL Cable : Menu – Favourite List – Modify Channel List – All TV Channel – Lock – Red Button(लॉक के लिए)
विशेष :
इस देश में आतंकवाद और नक्सलवाद की जड़ें कितनी गहरी हो चुकी हैं,कल रात जेएनयू से देशद्रोह के आरोपी कन्हैया के भासड़ के लाइव प्रसारण से पता चला।बात बात में ब्रेक लेने वाले तीन नेशनल मिडिया चैनल आज तक , एनडीटीवी और एबीपी न्यूज़ 50 मिनट तक बिना ब्रेक के एक जमानत पर शर्तों के साथ जेल से बाहर आए देशद्रोह के आरोपी को दिखाते रहे। एक तरफ जेएनयू से ये देशद्रोही चैनल लाल सलाम का लाइव प्रसारण दिखा रहे थे तो ठीक उसी समय सुकमा में इन्ही लाल सलामी नक्सलियों से लोहा लेते हुए हमारे जवान शहीद हो रहे थे। ये चैनल एक देशद्रोही के जमानत को पूरे दिन सेलिब्रेट करते रहे लेकिन कोर्ट ने जमानत के लिए जो शर्ते रखीं और जो टिप्पड़ियां की उनका कोई जिक्र नहीं किया।कोर्ट ने कहा★ देशद्रोह एक बिमारी की तरह फैल रहा है जिसको विचारधारा के नाम पर सही बताने की कोशिश हो रही है।
★ कन्हैया लिखित में दे की आगे से किसी भी एन्टीनेशनल मूवमेंट में हिस्सा नहीं लेगा।
★ कन्हैया को समझना चाहिए की उसे कश्मीर की आज़ादी मांगने की स्थिति तभी मिली है जब कश्मीर के सियाचिन में हमारे जवान अपनी अस्थियां गलाकर उसकी रक्षा कर रहे हैं।
★ जमानत पीरियड में हर हफ्ते कन्हैया को थाने में पेशी देनी होगी।
★ कन्हैया बिना कोर्ट के आदेश से देश के बाहर नहीं जा सकता।
लेकिन इसको ऐसे पेश किया गया जैसे कन्हैया अंतरिम जमानत पर नहीं निर्दोष छूटकर आया है। अगर ये बिके हुए चैनल ये सारी बातें जनता तक पहुँचाते तो इनका देशद्रोहियों के साथ सेलिब्रेशन नहीं हो पाता। अगर इस देश से #नक्सलवाद को मिटाना है तो #बामपंथ को मिटाना होगा और अगर #आतंकवाद को मिटाना है #छद्म_धर्मनिरपेक्षता को मिटाना होगा।
कल रात JNU में श्री कन्हैया कुमार जी" का भड़ासपूर्ण भाषण और उसमें RSS, मोदी, भाजपा, ABVP, हिटलर आदि को कोसने-गरियाने के बाद देश को यह पता चला है कि -
१) गरीबी... - पिछले डेढ़ साल में आई है...
२) शोषण... - पिछले डेढ़ साल से अधिक हो गया है...
३) असमानता... - सिर्फ पिछले डेढ़ साल में बढ़ी है...
४) पूंजीवाद... - डेढ़ साल पहले ही पैदा हुआ है...
५) मनुवाद... - डेढ़ साल पहले था ही नहीं...
६) दलितों पर अत्याचार... - डेढ़ साल से ही होने शुरू हुए हैं...
७) आतंकवाद... - डेढ़ साल पहले तक नामोनिशान भी नहीं था...
कहने का तात्पर्य यह है कि कोंग्रेस द्वारा शासित 62 साल तक भारत का "स्वर्णिम काल" था... और कन्हैया के तथाकथित बौद्धिक पिताओ के द्वारा देश निरंतर प्रगति के पथ पर यूरोप और अन्य विकसित देशो से आगे निकल चूका था.....