संसद में गरजीं स्मृति ईरानी
संसद में गरजीं स्मृति ईरानी, साधा राहुल पर निशाना, कहा ''इंदिरा के बेटे ने नहीं दिया था देशद्रोहियों का साथ"
इन 8 मौकों पर स्मृति ने साधा कांग्रेस-राहुल पर सीधा निशाना:
1.हैदराबाद यूनिवर्सिटी में रोहित के दलित स्टूडेंट होने की वजह से उसे टारगेट किए जाने के कांग्रेस के आरोपों पर स्मृति ने कहा, ‘मेरा नाम स्मृति ईरानी है। मैं किसी को भी चैलेंज करती हूं कि मेरी जाति बताए।’
2.स्मृति ने कहा- राहुल कहते, ‘आओ स्मृति ईरानी! हम चलकर जेएनयू स्टूडेंट्स से कहें कि जिस भारत के विरोध में तुम नारे दे रहे हो, जिस तिरंगे को लहराने में तुम्हे शर्म आती है, उसी भारत के लिए जेएनयू के भी कुछ स्टूडेंट्स ने अपनी कुर्बानी दी है, उनके खिलाफ नारे मत लगाओ’ तो कुछ बात होती।
3.स्मृति ने जेएनयू स्टूडेंट्स का सपोर्ट कर रहे राहुल के लिए कहा-‘‘सत्ता तो इंदिरा गांधी ने भी खोई थी। लेकिन उनके बेटे ने कभी भारत की बर्बादी के नारों का समर्थन नहीं किया था।’’
4.एचआरडी मिनिस्टर ने कहा- ‘600 स्टूडेंट्स तेलंगाना मूवमेंट में मारे गए। राहुल क्या कभी गए? कभी नहीं गए। लेकिन इस केस में उन्हें राजनीतिक मौका नजर आया। इस केस का राजनीतिक फायदे के लिए आप लोगों ने इस्तेमाल किया।’
5.कांग्रेस के वॉकआउट पर कहा, ‘‘आपकी इच्छा जवाब सुनने की थी ही नहीं, नीयत में खोट थी।’’
6.बयान देते वक्त इमोशनल हुईं स्मृति ने कहा- ‘‘मैं इसे (कांग्रेस के आरोपों को) पर्सनली ले रही हूं। मैं बताती हूं क्यों। जैसे ही मुझे घटना (रोहित के सुसाइड) की खबर मिली कि केसीआर जी को मैंने फोन किया। मैंने उनसे कहा कि लॉ एंड ऑर्डर की सिचुएशन ना हो, मदद कीजिए। मुझे कहा गया कि साहब बिजी हैं। उनकी बेटी से भी बात हुई। मुझे आज तक उनके फोन का इंतजार है।’’
7.भगवाकरण के आरोपों पर स्मृति ने कहा, ‘‘राहुल अमेठी जाकर कहते हैं कि सभी वीसी आरएसएस के हैं। मैं कहना चाहती हूं कि किसी भी सेंट्रल यूनिवर्सिटी का वाइस चांसलर आकर यह कह दे कि मैंने भगवाकरण किया है तो मैं राजनीति छोड़ दूंगी।’’
8.मंत्री ने कहा, ‘क्या मुझे इसलिए टारगेट किया जा रहा है, क्योंकि मैंने अमेठी में राहुल को चुनौती दी थी।’